सामूहिक रूप से प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस के लाठी चार्ज की घटनाएँ तो अक्सर सुनी जाती है ! लेकिन अपने वाजिब हक के लिए आमरण अनसन पर अपने पति के साथ बैठी किसी दलित महिला की पिटाई की तस्वीरें आपने शायद ही देखि हों ! तो पहले आप साथ के दृश्य को देखें...!शायद आप भी आखिरी दृश्यों को देखकर भावुक हो उठे ! अपने पति को अकारण पिटता देख एस.डी.एम्. को तमाचा जड़ने वाली इस महिला की पीडा दशकों पुरानी है ! ये घटना भी १३ जून २००२ को कुशीनगर कलेक्ट्रेट में घटित हुई थी ! कप्तानगंज छेत्र के लोहेपार गाँव में दबंगों से जमीनी विवाद का दंस झेल रहे दलित रामप्रीत उस समय अपनी पत्नी के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में न्याय मिलने की आस में ही आमरण अनसन पर बैठे थे !बढ़ी हुई दाढ़ी, खद्दर का कुरता और सिने पर तिरंगा लगाये रामप्रीत ने घटनाक्रम से पहले यही सोचा था की यहाँ तो उसकी जरूर सुनी जायेगी! लेकिन डी.एम्.साहेब से मिलने की रट लगाने के कारण उसको एस डी एम्, डी एस उपाध्याय चांटा जड़ देंगे ,ऐसा उसने बिल्कुल ही नही सोचा था ! जब रामप्रीत पीटा जा रहा था तो पांच दिनों के आमरण अनसन से काफी हद तक टूट चुकी उसकी पत्नी को ये सब नही देखा जा सका और उसने भी एक तमाचा एस डी एम् को जड़ दिया ! उसके बाद जो हुआ आपने भी देखा होगा कि एस डी एम् अपने दो रायफल धारी जवानों और ड्राईवर के साथ कैसे उस महिला पर टूट पड़े ! यह खबर टी.वी.और पेपर की headline बनी लेकिन बात शायद एक Greeb की थी इस कारण कुछ ही दिनों में prakran ठंडा pd गया !उस समय सरकार जो भी थी vo भी न्याय की ही बात करती थी लेकिन हुआ कुछ नही !रामप्रीत के chehre से दाढ़ी और purana jajba अब bhle gayab dikhta हो लेकिन उसकी likhapdhi आज भी jari है !गाँव से ujadkar ab katanganj में एक paan की gumti chlane का काम करने wale रामप्रीत का khna है की सब कुछ तो khatm हो गया देखा जाए कब कौन सरकार न्याय देती है....!ये prashn शायद आज भी jinda है की aakhirkar garibo की कौन sunega............!report-u पी live न्यूज़ buro
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1 टिप्पणी:
इतने लोगो के रहते यह अत्याचार हुआ कायरता एवम नपुसकता ही है सर्म नहि है
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