शनिवार, 12 सितंबर 2009
सरकार को चूना.........!
सरकारों का घाटे में चलने का रोना तो सभी ने सुना होगा लेकिन सवाल यह है की जब सरकारी तंत्र में जमे लोग ख़ुद ही अपना जेब और पेट दोनों भरने पर उतारू हो जायें तो सरकारों को तो रोने का नाटक करना ही पड़ेगा ! साथ के दृश्य को देखें.....! नजारा है गोरखपुर -कुशीनगर के बीच हाईवे का , खुलेआम सड़कों पर दौड़तीं सरकारी रंग में रंगी डग्गामार बसों ने पिछले कई वर्षों में करोड़ों का चूना सरकार को लगा दिया! हाईवे पर ही दोनों जिलों के ए.आर.टी.ओं.और परिवहन विभाग के अधिकारी तो अक्सर जमे दीखते है और पुलिस विभाग की तो बात ही मत करिए ! सभी मौजूद है ,फिर भी कोई इन अवैध बसों को रोकने की कोशिस नही करता,कारण चाहे जो भी हो लेकिन सरकार को चूना तो सीना ठोंक कर लगाया जा रहा है !बात अधिकारिओं की तो यह भी साफ़ है की उनकी जेब तो ये धंधेबाज जरूर ही भर रहे होंगे ! सरकार चाहे बहन जी की हो या किसी और की लेकिन इन अधिकारिओं के कारनामों से सरकार कों जहाँ चूना लग रहा है वहीं जनता को कस्ट भोगने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है ! कैसे होगा समस्या का निदान ये तो सरकार कों ही सोचना पड़ेगा !
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