रविवार, 17 मई 2009

हिंदू कौन?

लंदन। ब्रिटेन के एक विद्यालय ने दाखिले के आवेदन प्रपत्र में हिंदुत्व की अनोखी परिभाषा दी है। विद्यालय के अनुसार सिर्फ उन्हीं लोगों को हिंदू माना जाएगा जो हर दिन ईश्वर की पूजा करते हैं, मंदिर में धार्मिक कार्यों में शरीक होते हैं और मांसाहारी भोजन एवं धूम्रपान से दूर रहते हैं।लंदन के ‘हैरो’ स्थित ‘कृष्णा अवंती प्राथमिक विद्यालय’ ब्रिटेन का पहला हिंदू विद्यालय है जिसे सरकार की ओर से वित्तीय सहायता दी जाती है। हैरो ऐसा क्षेत्र है जहां ब्रिटेन की किसी भी अन्य काउंसिल की तुलना में सबसे अधिक हिंदू आबादी है। सितम्बर, 2008 में छात्रों के पहले बैच के दाखिले के लिए आवेदन प्रपत्र में हिंदूत्व की एक नई परिभाषा दी गई है। विद्यालय प्रशासन के मुताबिक ऐसे लोगों को हिंदू कहलाने का अधिकार है जो हर दिन घर पर या मंदिर में ईश्वर की पूजा करते हैं। वे हिंदू ग्रंथों, विशेष तौर पर ‘भगवद्गगीता’ में बताए गए मार्गों का अनुसरण करते हों। हिंदू कहलाने के लिए यह भी आवश्यक है कि वे कम से कम हफ्ते में एक बार मंदिर के धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लेते हों। हिंदू कहलाने के लिए मांसाहारी भोजन, शराब, धूम्रपान से दूर रहना भी जरूरी है।इस विद्यालय का प्रायोजक एक स्वतंत्र चैरिटी संस्थान ‘आई- फाउंडेशन’ है। इस संस्थान के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘ऐसा नहीं है कि जो लोग हिंदुत्व की इस परिभाषा पर खरे नहीं उतरते, उनके आवेदन पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। केवल 30 सीटें होने की वजह से निश्चित तौर पर हम उन लोगों को वरीयता देंगे जो इन कसौटियों पर खरे उतरते हैं।’’उन्होंने कहा कि हिंदुत्व को परिभाषित करने के लिए इन मानदंडों को बनाना बिल्कुल सही है। ऐसा कर हम समझ सकते हैं कि कौन हिंदू धर्म को सही तरीके से अपना रहा है।
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