सोमवार, 16 फ़रवरी 2009

बज गई दुदुम्भी

लोकसभा चुनाव के तारीख अभी भले ही घोषित नही हुए हो लेकिन जिस तरह गोरखपुर में १५ फ़रवरी को योगी आदित्य नाथ द्वारा आयोजित राष्ट्र रक्षा रैली में भाजपा के घोषित भावी प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवानी को सुनने के लिए जन सैलाब उमड़ा था उसे देखकर यही लग रहा था की चुनाव की रणभेरी तो बज ही गई
लगभग ३ लाख लोगो को संबोधित करते हुए अडवानी ने कहा की भाजपा की विजय ही भारत की विजय होगी उन्होंने मुख्य रूप से आतंकवाद के मुद्दे पे विफल रहने के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार तःराते हुए जनता से पूछा की आख़िर अफजल को अबतक फासी क्यो नही हुआ ।
अडवानी ने राम मन्दिर के प्रति अपनी प्रतिबधता देखते हुए जब लोगो ने जय श्री राम का नारा लगाया तो कहा की ये नारा तो तब सार्थक होगा जब अयोध्या में राम मन्दिर का निर्माण हो जाएउन्होंने अपने भासन में युवाओ और किसानो को आत्मनिर्भर बनाने का वादा किया । खचाखच भरे महाराणा प्रताप कोलेज के मैदान में लोगो की तालियों की गडगडाहट के बीच आडवानी ने वर्तमान सरकार को अब तक का सबसे कमजोर सरकार करार देते हुए कहा की अब तक सत्ता का केन्द्र ७ रेसकोर्स रोड हुआ करता था लेकिन पिछले ५ सालो से सत्ता १० जनपथ में सिमट गए है ।

आडवानी के अलावा रैली में भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह अरुण जेटली और स्वामी चिन्मयानन्द ने भी संबोधित किया ,लेकिन इन सभी बड़े नेताओ के बीच यदि सबसे ज्यादा तालिया बटोरी तो वो थे योगी आदित्य नाथ जो हिंदुत्व की नयी और इमानदार पहचान बनके उभर रहे है, योगी ने अपने भासन में आतंकवाद और कानून वयवस्था पे केन्द्र और प्रदेश सरकार को जमकर लताड़ लगाई और कहा की राष्ट्र विरोधी तत्त्व अब राजनीती में आकर देश को अस्थिर करने में लग गए है अब जरुरत है की देश की युवा आगे आए और इनको उसी के भाषा में जवाब दे । सबसे खास बात ये रही की इतने बड़े नेताओ के वावजूद श्रोताओं में सबसे ज्याद मांग योगी आदित्य नाथ का ही रहा आयर हर १० मिनट में भारत में यदि रहना है तो योगी योगी कहना है के नारे गूंजते रहे





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