बुधवार, 25 फ़रवरी 2009
प्यार की पाठशाला
सोमवार, 23 फ़रवरी 2009
और अब लाल लंगोट
पिंक चड्ढी का नाम आपने जरुर सुना होगा जी हा ये एक अभियान है महिलाओ का ,लेकिन शायद आपने आपरेशन लाल लंगोट का नाम न सुना हो ? तो जान लिजीये धार्मिक नगरी बनारस में शुरू हो गया है लाल लंगोट का अभियान इस अभियान को चला रहे है सामाजिक कार्यकर्त्ता चट्टान सिंह ,चट्टान के अनुसार इस अभियान के तहत युवा वर्ग में राष्ट्र के लिए जरुरत पड़ने पे कुछ भी करने को तैयार रहने के लिये प्रोत्शाहित किया जा रहा है
चट्टान के अनुसार इस समय देश को सबसे बड़ा खतरा नेताओ से है जो अपनी कुर्सी के लिये देश को बेचने को तैयार है और सभी राजनितिक दल गुंडे और माफियाओ को टिकट देकर चुनाव की वैतरणी पार करने में लगे हुए है
इन गुंडे नेताओ का यही प्रयास रहता है की बहुबल के दम पे हर हल में चुनाव जीत लेगे ,लेकिन इस चुनाव में लाल लंगोट पहने राष्ट्रवादी कार्यकर्त्ता उन्हें गुंडई नही करने देंगे और उनका जवाब उन्ही की भासा में दिया जाएगा जिसके लिए इस तरह के राष्ट्रिय सोच वाले युवाओ को ट्रेनिंग दी जा रही है ,की चुनाव में वे इन गुंडों का मुकाबला कैसे करे, ट्रेनिंग के तहत कार्यकर्ताओ को लोकसभा की भूगौलीक जानकारी ,जातिगत समीकरण ,गुंडे प्रत्याशियों के समर्थको की संख्या के बारे में बताने के अलावा वोट देने से किसी को रोकने पे उनको जरुरत पड़ने पे शकिप्रदर्शन करने से भी न चुकने के लियए तैयार किया जा रहा है ,ट्रेनिंग के बाद इन कार्यकर्ताओ को हनुमान जी का वस्त्र लाल लंगोट pahan कर इनसे शपथ ली जा रही है की वे हर हल में चुनावी रावनो का संहार करेगे । खास बात तो तो ये है की इस अभियान में हिंदू और मुस्लमान दोनों वर्ग के युवा शामिल है और उनका कहना है की वे इस लाल लंगोट के दम पे गुंडे और माफियाओ को उनकी औकात बता देगे ,लंगोट धरी कार्यकर्ताओ से चुनाव के समय arajakta failne की संभावना के प्रश्न पे चट्टान सिंह ने कहा की हम चुनाव के पूर्व बाकायदा इस बात की घोसना करेंगे की हम क्या करने जा रहे और लिखित सुचना प्रशासन को दे dee जायेगी ।
गुरुवार, 19 फ़रवरी 2009
कांग्रेस में भी फिक्सर
जी हाँ अब कांग्रेस के पास है इंटरनेशनल फिक्सर अजहरुद्दीन ,और ये अब फिक्स ही माना जाय कि अजहर मिया कांग्रेस कि सत्ता वापसी फिक्स कर दिया।
अगर किसी को इस बात से एतराज हो कि अजहर एसा कर नही पायेगे तो वो ही बताये कि वो कांग्रेस के लिए करेगे क्या